आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. चुनाव में पर्यवेक्षक की ड्यूटी के बारे में आईएएस अधिकारी को इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करना भारी पड़ा है. अधिकारी के खिलाफ एक्शन लेते हुए चुनाव आयोग ने उन्हें चुनाव ड्यूटी से हटा दिया है.
Gujarat Assembly Election 2022: आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. चुनाव में पर्यवेक्षक की ड्यूटी के बारे में आईएएस अधिकारी को इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करना भारी पड़ा है. अधिकारी के खिलाफ एक्शन लेते हुए चुनाव आयोग ने उन्हें चुनाव ड्यूटी से हटा दिया है. आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह ने पर्यवेक्षक के रूप में खुद की एक तस्वीर इंस्टाग्राम पर शेयर की थी, जिसके बाद उनके खिलाफ ये कदम उठाया गया.
क्या कहा चुनाव आयोग ने?
चुनाव आयोग के आदेश के अनुसार अभिषेक सिंह ने जनरल ऑब्जर्वर के रूप में अपनी पोस्टिंग/जॉइनिंग साझा करने के लिए इंस्टाग्राम का इस्तेमाल किया और अपनी आधिकारिक स्थिति को पब्लिसिटी स्टंट के रूप में इस्तेमाल किया. उत्तर प्रदेश कैडर के एक अधिकारी अभिषेक सिंह को अगले महीने गुजरात चुनाव से पहले अहमदाबाद में बापूनगर और असरवा विधानसभा जिलों के लिए सामान्य पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था. आईएएस अधिकारी अभिषेक ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, “गुजरात चुनाव के लिए पर्यवेक्षक के रूप में अहमदाबाद में शामिल हुए.”
कौन हैं अभिषेक सिंह?
आईएएस अभिषेक सिंह का जन्म 22 अगस्त 1990 को उत्तर प्रदेश में हुआ. रिपोर्ट्स के मुताबिक अभिषेक का आईएएस बनने और देश की सेवा करने का सपना था. 32 वर्षीय ने 2011 में यूपीएससी परीक्षा पास की थी और आईएएस में शामिल होने पर 94वें स्थान पर थे.
बी प्राक के गाने में दिख चुके हैं अभिषेक
आईएएस अभिषेक सिंह की पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल हैं. उनकी पत्नी एक प्रसिद्ध भारतीय अधिकारी हैं. उन्होंने कई महत्वपूर्ण मामलों से सुर्खियां बटोरी हैं. जैसे कि यमुनानगर में कानूनी बालू खनन मामला. अभिषेक ने भारतीय टेलीविजन धारावाहिक और लघु फिल्म, चार पंडारा में भी काम किया है. IAS अधिकारी सिंह ने बी प्राक के गाने “दिल तोड़ के” में भी अभिनय किया है.