Congress Allegations On ECI: कांग्रेस
(Congress) ने चुनाव आयोग (EC) पर आरोप लगाए हैं कि जानबूझकर गुजरात
विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) की तारीखों के ऐलान में देरी
की गई है. इसका चुनाव आयोग ने जवाब दिया है.
ECI Reply To Congress: गुजरात विधानसभा
चुनाव (Gujarat Assembly Election) की तारीखों के ऐलान के बाद कांग्रेस
(Congess) ने चुनाव आयोग (EC) पर हमला बोला है. कांग्रेस नेता अजय कुमार ने
आरोप लगाया है कि जानबूझकर गुजरात चुनाव की तारीखों का ऐलान देरी से किया
गया. पीएम मोदी के फीते काटने का इंतजार किया गया. मोरबी हादसे के बाद भी
कार्यक्रम हुए. पीएम के कार्यक्रम के बाद तारीख का ऐलान हुआ. इससे पहले भी
कांग्रेस ने ट्वीट कर चुनाव आयोग की स्वायत्तता पर सवाल किया था. चुनाव
आयोग ने भी कांग्रेस के आरोपों का जवाब दिया है. चुनाव आयोग ने गुजरात
चुनाव की तारीख की घोषणा में देरी की वजह बताई है.
चुनाव आयोग का कांग्रेस को जवाब
कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि गुजरात
में हाल में मोरबी पुल हादसा हुआ, गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा में देरी
का यह भी एक कारण है. साथ ही, कल राज्य में राजकीय शोक भी था. ऐलान में
देरी के के कई कारक हैं. एक्शन और परिणाम वास्तव में शब्दों से अधिक जोर से
बोलते हैं.
परिणाम पर सवाल भारतीय वोटर्स का अपमान
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि इससे फर्क नहीं पड़ता है
कि मैं आपको समझाने की कितनी कोशिश करूं, उससे ज्यादा जरूरी है कि हमारे जो
एक्शन और परिणाम हैं, वह सही हैं या नहीं. अगर हम कहते हैं कि रिजल्ट सही
नहीं है तो यह भारतीय वोटर्स का बड़ा अपमान है. निष्पक्ष चुनाव के लिए आयोग
प्रतिबद्ध है.
चुनाव के पहले नकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश
उन्होंने आगे कहा कि उम्मीदवार जो किसी भी कारण से सवाल उठाते रहे
हैं, जब रिजल्ट आया तो उन्हें लगा कि अरे मुझे तो सवाल नहीं उठाना चाहिए
था. रिजल्ट तो मेरे ही पक्ष में आ गया. चुनाव शुरू होने से पहले हमारे पास
लंबी-लंबी चिट्ठियां आती हैं कि ईवीएम खराब हैं, इनको बदल दीजिए और वही
ईवीएम मशीन उसी पार्टी को जिता देती है. फिर वो प्रश्न बंद हो जाते हैं और
वो रिजल्ट स्वीकार कर लिए जाते हैं.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जो भी पार्टी या उम्मीदवार किसी
भी कारण से सवाल EVM पर उठाते रहे हैं परिणाम आने के बाद उनको पता चला कि
यह सवाल मुझे नहीं उठाना चाहिए था क्योंकि मेरे पक्ष में नतीजा आया है.
क्रिकेट में भी अंपायर पर आरोप लगते हैं. क्रिकेट की तरह थर्ड अंपायर नहीं
है. नतीजे हमारी निष्पक्षता की गवाही हैं.
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